UNICEF OGIP सर्वेक्षण के बारे में आंकड़े

सहभागी देश
55
कुल उत्तरदाता
80,189

यूनिसेफ माइक्रोसाइट और रिपोर्ट सिरीज़

चेंजिंग चाइल्डहुड प्रोजेक्ट के बारे में

प्रेरणा

हम तीव्र और दूरगामी परिवर्तन के युग में जी रहे हैं। जैसे-जैसे दुनिया बदली है - अधिक डिजिटल, अधिक वैश्वीकृत और अधिक विविध होती जा रही है - इसके साथ बचपन भी बदल रहा है। चेंजिंग चाइल्डहुड प्रोजेक्ट - UNICEF और गैलप के बीच एक सहयोग - इन परिवर्तनों का पता लगाने और 21 वीं सदी में बच्चे होने का क्या मतलब है, इसे बेहतर ढंग से समझने के लिए बनाया गया था। परियोजना दो सवालों के जवाब देना चाहती है: आज बड़ा होना कैसा है? और युवा दुनिया को अलग तरह से कैसे देखते हैं? इन सवालों के जवाब के लिए हम बच्चों और युवाओं से सुनना चाहते थे। युवा और बड़ी उम्र के लोगों के अनुभवों और विचारों की तुलना करने से यह पता चलता है कि बचपन कैसे बदल रहा है और पीढ़ियाँ कहाँ अलग या विलीन हो रही हैं। परियोजना का अंतिम लक्ष्य युवा लोगों - उनके अनुभवों और दृष्टिकोणों - को आज और भविष्य में सभी बच्चों के जीवन-सुधार कार्य के केंद्र में रखना है।

माइक्रोसाइट

इस माइक्रोसाइट को UNICEF द्वारा दुनिया भर के लोगों, विशेष रूप से बच्चों और युवाओं को परियोजना के सवालों के साथ जुड़ने और इसके निष्कर्षों का पता लगाने में सक्षम बनाने के लिए कमीशन किया गया था। हमें उम्मीद है कि आप इसका आनंद लेंगे! माइक्रोसाइट को डिज़ाइन फर्म, CLEVER° FRANKE द्वारा विकसित किया गया था। इस माइक्रोसाइट के जरिए यूजर्स के बारे में कोई डेटा कलेक्ट नहीं किया जाता है।

इस माइक्रोसाइट में प्रस्तुत परिणाम सीधे नीचे उल्लिखित सर्वे के डेटा से लिए गए हैं। दोनों सर्वे में "युवा लोगों" का संदर्भ सबसे कम उम्र के ग्रुप को संदर्भित करता है: जिनकी आयु 15–24 है। समग्र आंकड़े या औसत के सभी रेफरेंस — उदाहरण के लिए, "औसतन" या "का औसत" - सर्वे में शामिल सभी देशों के मध्य देश के लिए दिए गए प्रश्न के सर्वे परिणामों को संदर्भित करते हैं। इसी प्रकार, किसी दिए गए देश के इनकम ग्रुप के लिए "औसत" उस ग्रुप के मध्य देश के सर्वे परिणामों से प्राप्त होता है।

सर्वे

प्रोजेक्ट के प्रश्नों और विषयों का पता लगाने के लिए, यूनिसेफ और गैलप ने दो बहु-पीढ़ीगत, अंतर्राष्ट्रीय सर्वे में भागीदारी की है।

"नया" के रूप में चिह्नित माइक्रोस्टोरीज़ यूनिसेफ के नवीनतम गैलप वर्ल्ड पोल से लिए गए डेटा को दर्शाती हैं। बाकी सभी 2021 यूनिसेफ-गैलप सर्वे से लिए गए डेटा पर आधारित हैं।

2021 यूनिसेफ-गैलप सर्वे

बदलता बचपन प्रोजेक्ट के पहले चरण के लिए, यूनिसेफ और गैलप ने दुनिया भर के 21 देशों में कार्यान्वित एक विशेष सर्वे तैयार किया था। अपने वार्षिक विश्व पोल को संचालित करने में अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए, गैलप ने प्रत्येक देश में कम से कम 1,000 लोगों (भारत में 1,500) के प्रतिनिधि सैंपलों का सर्वे किया था। प्रत्येक देश में, सैंपल को दो उम्र के ग्रुप्स में विभाजित किया गया था: 15- से 24 वर्ष के बच्चे (संयुक्त राष्ट्र की युवाओं की व्याख्या के अनुरूप), और 40 वर्ष और उससे अधिक वर्ष के लोग। सर्वे फरवरी और जून 2021 के बीच आयोजित किए गए थे। सभी रेस्पोंडेंट से फोन द्वारा संपर्क किया गया था। कई विशेषज्ञों की सहायता से विकसित, सर्वे इंस्ट्रूमेंट में वे प्रश्न शामिल हैं जिनका परीक्षण अन्य पोल्स में किया गया था, साथ ही बदलता बचपन प्रोजेक्ट के लिए विशेष रूप से विकसित किए गए नए प्रश्न भी शामिल किए गए थे।

देश के सैंपल के आकार और सैंपल को दो उम्र के ग्रुप्स में विभाजित करने को देखते हुए, इस सर्वे डेटा से प्राप्त अधिकांश परिणामों में 95% विश्वास स्तर पर लगभग +/- 4 प्रतिशत पॉइंट्स की एरर की संभावना है। जनसंख्या के भीतर छोटे सबग्रुप्स के लिए एरर की संभावना अधिक होगी। परिणामों की व्याख्या करने के तरीकों के बारे में अधिक जानकारी यहां कार्यप्रणाली पेज़ पर पाई जा सकती है।

यूनिसेफ + गैलप वर्ल्ड पोल

बदलता बचपन प्रोजेक्ट के दूसरे चरण के लिए, यूनिसेफ ने अपने नवीनतम विश्व पोल में गैलप के साथ भागीदारी की है। हमने 2022-2023 में मूल 32 बदलता बचपन प्रोजेक्ट प्रश्नों में से पांच को वापस क्षेत्र में रखा - इस बार 55 देशों में (34 अतिरिक्त देशों के साथ 21 मूल देश)। प्रश्न चार क्षेत्रों पर केंद्रित हैं: जलवायु संकट, जानकारी के स्रोत, भरोसा और पहचान। 15 वर्ष से अधिक उम्र वालों के लिए प्रति देश 1,000 की सैंपल साइज़ के साथ, सभी सैंपल संभावना-आधारित और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधिक हैं। कवरेज क्षेत्र ग्रामीण क्षेत्रों सहित पूरा देश है, और सैंपलिंग फ्रेम संपूर्ण नागरिक, गैर-संस्थागत जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करता है।

देश के सैंपलों के आकार को देखते हुए, माइक्रोसाइट में प्रस्तुत अधिकांश परिणामों में 95 प्रतिशत विश्वास स्तर पर लगभग ±4 प्रतिशत पॉइंट्स की एरर की संभावना है। किसी जनसंख्या के भीतर छोटे सबग्रुप्स के लिए एरर की संभावनाएँ अधिक होती हैं। युवा ग्रुप के लिए, सभी 55 देशों में 15-24 वर्षीय ग्रुप के लिए एरर का औसत मार्जिन +-/7.6 प्रतिशत है। सर्वे सैंपलिंग या एरर की संभावना पर अधिक जानकारी के लिए, कृपया यहां गैलप वर्ल्ड पोल कार्यप्रणाली सारांश देखें यहां या नीचे दिए गए ईमेल एड्रेस पर हमसे संपर्क करें।

अधिक जानें

प्रोजेक्ट के निष्कर्षों का अधिक गहन एक्सप्लोरेशन इस पेज़ पर जुड़ी प्रोजेक्ट की रिपोर्टों में पाया जा सकता है। जो यूज़र्स आगे जानना चाहते हैं उन्हें प्रश्नावली, कार्यप्रणाली, पूर्ण माइक्रोडेटा और कोडबुक्स का रिव्यू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है - जो इस पेज़ पर भी उपलब्ध हैं। हमें यह सुनना अच्छा लगेगा कि आप अपने विश्लेषणों से क्या खोजते हैं। यदि आपके कोई प्रश्न हैं या आप हमें बताना चाहते हैं कि आप प्रोजेक्ट का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं, तो कृपया हमें Changing-Childhood@unicef.org पर ईमेल करें।

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