जलवायु में बदलाव
अन्य जलवायु संकट
जलवायु में बदलाव मानवता के लिए एक अभूतपूर्व परीक्षा है। इसका बोझ युवा पीढ़ी पर विषमतापूर्वक पड़ेगा। युवा लोग इस चुनौती को कितनी अच्छी तरह से समझते हैं?
यूनिसेफ + गैलप ने 55 देशों में युवा और बुजुर्ग लोगों से पूछा कि वे आज की दुनिया को कैसे अनुभव करते हैं।
सर्वेक्षण के बारे में और पढ़ेंबचपन के बदलते स्वरूप के बारे में अधिक जानने के लिए ऊपर दिए गए प्रश्न का उत्तर दें।
प्रश्न पर वापस जाएँऔसतन, 85% युवा कहते हैं कि उन्होंने जलवायु में बदलाव के बारे में सुना है।
बचपन के बदलते स्वरूप के बारे में अधिक जानने के लिए ऊपर दिए गए प्रश्न का उत्तर दें।
प्रश्न पर वापस जाएँऔसतन, केवल 50% ने जलवायु में बदलाव की सही व्याख्या चुनी: विश्व के औसत तापमान में वृद्धि और मानवीय गतिविधियों के परिणामस्वरूप अधिक मुश्किल मौसमी घटनाएं।
शेष लोगों का मानना हैं कि जलवायु में बदलाव तापमान में होने वाले मौसमी बदलावों से होता है।
यह स्पष्ट है कि वैश्विक स्तर पर युवाओं के बीच जलवायु में बदलाव की समझ पूरी तरह से अधूरी है।
यह विशेष रूप से गरीब देशों में सच है - जिन्होंने संकट में सबसे कम योगदान दिया है - फिर भी वे इसके प्रति सबसे अधिक संवेदनशील हैं।
उच्च इनकम वाले देशों में औसतन 82% युवाओं का कहना है कि उन्होंने जलवायु में बदलाव के बारे में सुना है और वे सही व्याख्या की पहचान करने में सक्षम हैं।
कम इनकम वाले देशों में यह हिस्सेदारी औसतन केवल 47% है।
अच्छी खबर यह है कि वैश्विक स्तर पर आज जलवायु में बदलाव के बारे में 15 साल पहले की तुलना में कहीं अधिक लोग जागरूक हैं।
2008 में यह केवल 56% लोग थे।
आज लगभग 80% लोग जलवायु में बदलाव के बारे में जानते हैं।
इसी अवधि में सभी आयु के ग्रुप्स में जलवायु संबंधी समझ में भी मामूली वृद्धि हुई है।
लेकिन विश्व स्तर पर जलवायु संबंधी ज्ञान आवश्यकता से बहुत कम है। जलवायु संकट को समझने में विफलता इस पर प्रतिक्रिया देने की हमारी क्षमता को बाधित करती है।
जलवायु शिक्षा बदलाव की मांग को मजबूत करने में सहायता कर सकती है।